पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों द्वारा 6 मई को घोषित प्रदर्शन को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए स्पष्ट चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति या संगठन आम लोगों को परेशान करने वाले धरनों या हड़तालों में शामिल होगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मान ने ऐसे प्रदर्शनों को जनता विरोधी बताया।
मुख्यमंत्री की 2 अहम बातें:
1. कामकाज में बाधा जनता विरोधी: मान ने कहा कि सड़कों को जाम करना, ट्रेनों को रोकना या लोगों के रोजमर्रा के जीवन में खलल डालना आम जनता के खिलाफ माना जाएगा।
2. विरोध के दूसरे तरीके अपनाएं: उन्होंने सभी संगठनों को सुझाव दिया कि विरोध दर्ज कराने के कई और शांतिपूर्ण तरीके हैं, लेकिन लोगों को तकलीफ देना किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इस बीच, प्रदर्शन से एक दिन पहले ही पुलिस ने किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को हाउस अरेस्ट कर लिया। फरीदकोट में सोमवार तड़के 4 बजे पुलिस उनके घर पहुंची। डल्लेवाल ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर इसकी जानकारी दी और कहा, “सरकार डरी हुई है, इसलिए मुझे घर में नजरबंद कर दिया गया।”
किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) ने 6 मई को शंभू पुलिस स्टेशन के बाहर ‘जबरदस्ती विरोधी धरना’ का ऐलान किया है। किसानों का आरोप है कि सरकार ने आंदोलन को जबरन खत्म किया और नेताओं को धोखे से हिरासत में लिया।