ग्रेनेड हमले के मुख्य आरोपित ने जांच के दौरान वह सबसे महत्वपूर्ण तथ्य छिपा लिया था कि उसने सोशल मीडिया के ज़रिए मंदिरों पर अटैक और एक प्रमुख सोशल एक्टिविस्ट को जान से मारने की धमकी दी थी। इस इनपुट की जानकारी न तो शुरुआती जांच में सामने आई और न ही विशेष जांच टीम को मिली।
इंस्टाग्राम ID से दी थी ग्रेनेड अटैक की धमकी
बाद में जब जांच एजेंसियों को उसकी इंस्टा ID Ndhiru5911 से भेजी धमकियों का पता चला, तो दोबारा पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसका एक स्थानीय बाबा से विवाद चल रहा था। इसके बाद एजेंसियाँ उसके नेटवर्क और संपर्कों की गहराई से जांच कर रही हैं।
एसटीएफ अधिकारियों से पहले ही कर चुका था संपर्क
धमकियां मिलने पर संबंधित व्यक्ति ने अक्टूबर में ही एसटीएफ को कॉल कर पूरी जानकारी दी थी। उसकी दो कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई हैं, जिनमें वह अधिकारियों से कार्रवाई करने की अपील करता सुना जा सकता है। एसटीएफ ने स्पष्ट किया कि वे तभी कार्रवाई कर सकते हैं जब पंजाब पुलिस औपचारिक रूप से सहयोग मांगे।
आरोपी की धमकी भरी ऑडियो—’ग्रेनेड फेंककर अंडरग्राउंड हो जाऊंगा, फिर दुबई भागूंगा’
जांच में आरोपी की एक ऑडियो भी मिली है, जिसमें वह खुद के पाकिस्तान में होने का दावा करता है और वारदात के बाद दुबई भागने की योजना बताता है। हालांकि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं था, फिर भी वह खुद को बचाने के लिए विदेश जाने की बात करता रहा।
एसआईटी की कार्रवाई—तीन गवाहों के बयान, एक और गिरफ्तारी
ग्रेनेड हमले की जांच कर रही एसआईटी ने मंगलवार को तीन गवाहों के बयान दर्ज करवाए। इसके साथ ही गुरुग्राम से सिजान नामक युवक की गिरफ्तारी की गई है। कॉल डिटेल से साफ हुआ कि वह आरोपी और पाकिस्तान स्थित एक कुख्यात हैंडलर के संपर्क में था।
अमृतसर जाने से पहले क्यों लौटा?
सिजान जालंधर तक पहुंच चुका था, लेकिन अमृतसर पहुँचने से पहले ही वापस लौट गया। एसआईटी अब यह पता लगाने में जुटी है कि उसने अचानक योजना क्यों बदली।
करनाल कनेक्शन सामने आया
जांच में यह भी सामने आया है कि एक एनआरआई युवक की मां के खाते से आरोपितों को पैसे भेजे गए थे। एसआईटी जल्द ही संबंधित परिवार से पूछताछ करेगी।
उच्च अधिकारियों की निगरानी
पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी आज मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट लेंगे।









