बर्लिन (जर्मनी):
दुनिया की शुरुआत से अब तक इंसान मौत पर जीत नहीं पा सका, लेकिन जर्मनी की एक कंपनी अब दावा कर रही है कि उसने मौत को मात देने का रास्ता खोज लिया है। Tomorrow.bio नाम की यह स्टार्टअप कंपनी कहती है कि वह किसी मृत व्यक्ति के शरीर या मस्तिष्क को बेहद ठंडे तापमान पर फ्रीज़ करके भविष्य में फिर से जीवित कर सकेगी।
कंपनी इस सर्विस के लिए लगभग 1.8 करोड़ रुपये में पूरे शरीर को और करीब 67 लाख रुपये में केवल दिमाग को फ्रीज़ करने की पेशकश कर रही है। इस प्रक्रिया को क्रायो-प्रिजर्वेशन कहा जाता है, जिसमें मौत के तुरंत बाद शव को लिक्विड नाइट्रोजन में -198 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा कर दिया जाता है ताकि उसका डी-कंपोजिशन (सड़ना-गलना) पूरी तरह रुक जाए।
कंपनी का कहना है कि अब तक वह 6 इंसानों और 5 पालतू जानवरों के शरीर फ्रीज़ कर चुकी है, जबकि 650 से ज्यादा लोग इस सेवा के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। Tomorrow.bio का दावा है कि जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ेगी, इन शरीरों को फिर से “री-एक्टिवेट” किया जा सकेगा।
हालांकि, वैज्ञानिक समुदाय का कहना है कि यह तकनीक अभी केवल सैद्धांतिक है। अब तक दुनिया में किसी भी इंसान या जानवर को क्रायो-स्टेटस से सफलतापूर्वक पुनर्जीवित नहीं किया जा सका है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह प्रक्रिया फिलहाल केवल भविष्य की उम्मीदों पर आधारित है, वास्तविक पुनर्जन्म से बहुत दूर है।
🔍 क्या है क्रायो-प्रिजर्वेशन?
मौत के तुरंत बाद शरीर को बर्फीले तापमान पर फ्रीज़ किया जाता है।
डी-कंपोजिशन पूरी तरह रुक जाता है।
उद्देश्य: भविष्य में नई तकनीक से व्यक्ति को फिर से जीवित करना।









