फरीदकोट जिले के एक दिहाड़ी मजदूरी करने वाले बेहद गरीब परिवार की किस्मत अचानक चमक उठी। राम सिंह और उनकी पत्नी नासिब कौर को पंजाब स्टेट लॉटरी में 1.5 करोड़ रुपये का पहला इनाम लगा। लेकिन खुशी के साथ ही परिवार में डर बैठ गया कि इतनी बड़ी रकम मिलने की खबर फैलते ही उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सकता है या फिर फिरौती की मांग उठ सकती है। इसी डर के चलते दोनों अपना घर लॉक कर किसी अज्ञात स्थान पर चुपचाप जाकर छिप गए।
गांव वालों को लगी अनहोनी की आशंका, पुलिस को दी सूचना
कई दिनों तक घर में ताला लगा देखने और मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिलने पर ग्रामीणों को शक हुआ। लगातार कॉल करने पर भी कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने किसी घटना की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने खोजकर सुरक्षित स्थान से निकाला परिवार
पुलिस ने खोजना शुरू किया और कुछ समय बाद परिवार को एक सुरक्षित स्थान से बरामद कर लिया। सुरक्षा कारणों से उस जगह का नाम उजागर नहीं किया गया। अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त करेगी।
200 रुपये के टिकट ने बदल दी किस्मत
नासिब कौर ने कुछ दिन पहले 200 रुपये का लॉटरी टिकट खरीदा था, जिस पर विक्रेता ने राम सिंह का मोबाइल नंबर लिखा था। स्थानीय लॉटरी विक्रेता राजू के मुताबिक, राम सिंह पिछले दो साल से टिकट ले रहे थे लेकिन पहली बार महंगा टिकट लेकर किस्मत आजमाई—और उसी ने उनकी जिंदगी बदल दी।
राजस्थान में मजदूरी करते-करते लगी बड़ी जीत
6 दिसंबर को विजेता सूची आने के बाद विक्रेता ने राम सिंह को फोन किया, लेकिन वे कॉल नहीं उठा सके, क्योंकि उस वक्त वे राजस्थान में मजदूरी कर रहे थे। बाद में किसी तरह जब उन्हें खबर मिली, तो वे तुरंत घर पहुंचे और पत्नी को सामान समेटने को कहा। इसके बाद पूरा परिवार घर छोड़कर छिप गया।
सुरक्षा का भरोसा मिलने के बाद घर लौटे
पुलिस ने परिवार से मुलाकात कर उन्हें सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाया। आश्वासन मिलने के बाद राम सिंह और नासिब कौर घर लौट आए। बाद में लॉटरी विक्रेता उन्हें चंडीगढ़ ले गया, जहां उन्होंने विजयी टिकट जमा कराकर औपचारिकताएं पूरी कीं।
गरीबी में जिंदगी गुजार रहे इस परिवार के लिए यह लॉटरी न सिर्फ खुशकिस्मती, बल्कि एक नई शुरुआत लेकर आई है।









