विदेश भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये हथियाने का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पीड़ित दंपति का आरोप है कि चर्च कार्यक्रमों में सक्रिय रहने वाले एक व्यक्ति ने Ankur Narula Church से जुड़ा होने का दावा कर उनके भरोसे का फ़ायदा उठाया और करोड़ों के रैकेट का हिस्सा निकला।
पीड़ित परिवार के अनुसार आरोपी धार्मिक आयोजनों में हर समय आगे दिखता था और खुद को चर्च का प्रभावशाली सदस्य बताकर विश्वसनीयता बनाता था।
चर्च कार्यक्रम में मुलाकात—यहीं से बिछा ठगी का जाल
पीड़ित अमरीक सिंह और उनकी पत्नी पूजा ने बताया कि वे एक चर्च कार्यक्रम के दौरान फ्रांसिस मसीह के संपर्क में आए। उसने दावा किया कि वह लंबे समय से विदेश भेजने का काम करता है और Ankur Narula Church के खास सदस्यों के साथ मिलकर काम करता है।
इसी भरोसे में परिवार ने कनाडा टूरिस्ट वीज़ा दिलाने के नाम पर 37 लाख रुपये दे दिए।
पांच दिन में फ्लाइट का वादा—नकली वीज़ा और जाली टिकट दिखाकर ठगा
परिवार के मुताबिक आरोपी ने नकली वीज़ा, जाली एयर टिकट और अन्य दस्तावेज दिखाकर भरोसा दिलाया कि “बस पांच दिन में फ्लाइट हो जाएगी।”
लेकिन समय बीतता गया, वादा पूरा नहीं हुआ और आरोपी ने बहाने बनाना शुरू कर दिए।
अब डेढ़ साल बीत चुके हैं—
न पैसे वापस मिले
न पासपोर्ट लौटाए गए
परिवार लगातार परेशान है।
धार्मिक कार्यक्रमों का इस्तेमाल कर बढ़ाया भरोसा?
पूजा का आरोप है कि फ्रांसिस मसीह अक्सर Ankur Narula Church के कार्यक्रमों में प्रमुखता से नज़र आता था, इसी वजह से उन पर भरोसा बढ़ा।
बाद में पीड़ितों ने चर्च से जुड़े एक अन्य व्यक्ति से भी मदद मांगी, लेकिन महीनों तक चक्कर लगाने के बावजूद कोई समाधान नहीं मिला।
अन्य पीड़ित भी आगे आने को तैयार
अमरीक सिंह का दावा है कि वे अकेले पीड़ित नहीं हैं।
कई और लोग भी इसी नेटवर्क की ठगी का शिकार हुए हैं और जल्द सामूहिक रूप से शिकायत दर्ज करवाने की तैयारी में हैं।
पुलिस कार्रवाई धीमी—पीड़ितों में गहरा रोष
पीड़ित परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन उनके मुताबिक अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सबूत देने के बावजूद









