फिल्लौर थाना क्षेत्र से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।
14 साल की नाबालिग के साथ पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया, लेकिन जब परिवार इंसाफ की उम्मीद में पुलिस के पास पहुंचा तो वहां भी उन्हें अपमान झेलना पड़ा।
आरोप है कि थाना फिल्लौर के एस.एच.ओ. भूषण कुमार ने पीड़िता की मां से कहा — “मैं खुद चेक करके बता दूंगा कि दुष्कर्म हुआ या नहीं।”
यही नहीं, उन्होंने महिला को अपने सरकारी आवास पर बुलाने का दबाव भी बनाया।
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी पड़ोस में नहाने गई थी, जहां आरोपी युवक ने उसकी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू किया।
23 अगस्त की रात जब बेटी घर में अकेली थी, तो आरोपी ने घर में घुसकर दुष्कर्म किया।
बेटी की चीखें सुनकर परिजन पहुंचे और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
परिवार कई बार पुलिस थाने गया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
उल्टा एस.एच.ओ. भूषण कुमार ने पीड़िता की मां को बार-बार फोन कर अकेले मिलने का दबाव बनाया।
आख़िरकार लोक इंसाफ मंच ने मामला एस.एस.पी. जालंधर के संज्ञान में लाया, जिन्होंने तुरंत एस.एच.ओ. को लाइन हाजिर कर दिया और जांच के आदेश जारी किए।
भूषण कुमार का कहना है कि उन्होंने सिर्फ “जांच में शामिल होने” के लिए कॉल की थी, जबकि परिवार और मंच के नेताओं ने आरोपों को गंभीर बताया